Minimata Disease
मिनीमाटा रोग
मिनीमाटा रोग मानव शरीर में पारा यादें मरकरी के विषय में प्रभाव के कारण से पैदा होता है यह बीमारी 1950 में सर्वप्रथम जापान में प्रकाश में आई इस बीमारी का मुख्य कारण जापान का प्लास्टिक उद्योग था जो जापान की मिनीमाता खाड़ी के तट पर स्थित था इस उद्योग का कुछ न्यूनतम उत्पाद तारा था जो खाड़ी के जल में मिल जाता था धीरे-धीरे यह पारा समुद्री जीव के शरीर में संग्रहीत होने लगा और जब जैव आवर्धन के स्थिति में पहुंच गया तब यह रोग उत्पन्न करने लगा जब मिनीमाता नगर के निवासियों ने इस गाड़ी के जल और मछली का उपयोग किया तो कई निवासियों की मृत्यु हो गई अतः इसे मिनीमाटा रोग कहा गया
मिनीमाटा रोग के प्राथमिक लक्षण निम्नलिखित
अंग तथा जीभ का सुन्न हो जाना
आंख का दुबलापन हो जाना
अंततः यह बीमारी मानव के मस्तिष्क को नष्ट कर देती है जिससे मानव मृत्यु को प्राप्त हो जाता है
मिनीमाटा रोग मानव शरीर में पारा यादें मरकरी के विषय में प्रभाव के कारण से पैदा होता है यह बीमारी 1950 में सर्वप्रथम जापान में प्रकाश में आई इस बीमारी का मुख्य कारण जापान का प्लास्टिक उद्योग था जो जापान की मिनीमाता खाड़ी के तट पर स्थित था इस उद्योग का कुछ न्यूनतम उत्पाद तारा था जो खाड़ी के जल में मिल जाता था धीरे-धीरे यह पारा समुद्री जीव के शरीर में संग्रहीत होने लगा और जब जैव आवर्धन के स्थिति में पहुंच गया तब यह रोग उत्पन्न करने लगा जब मिनीमाता नगर के निवासियों ने इस गाड़ी के जल और मछली का उपयोग किया तो कई निवासियों की मृत्यु हो गई अतः इसे मिनीमाटा रोग कहा गया
मिनीमाटा रोग के प्राथमिक लक्षण निम्नलिखित
अंग तथा जीभ का सुन्न हो जाना
आंख का दुबलापन हो जाना
अंततः यह बीमारी मानव के मस्तिष्क को नष्ट कर देती है जिससे मानव मृत्यु को प्राप्त हो जाता है
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